रविवार, 18 सितंबर 2011

क्या आप जानते है कैसे आती है अच्छी नीँद?

आप जानना चाहेगेँ कि कुछ लोग कैसे शोर शराबे के बीच भी मजे की नीँद ले लेते हैँ, जबकि कुछ ऐसे होते है, जिनकी नीँद जरा सी भी आहट से खुल जाती हैँ। कुछ लोगोँ की नीँद कभी पूरी नहीँ हो पाती है तो कुछ लोग किसी भी माहौल मेँ डट कर सो लेते हैँ। अत: अब उस वजह का पता लग गया है जिससे सुकूनभरी नीँद आती है।


शोधकर्ताओँ ने निष्कर्ष निकाला हैँ कि इसके लिए मस्तिष्क का भाग Thalamas जिम्मेदार होता है। यह भाग नीँद के दौरान शोर को बाधित कर देता है, जिससे लोगोँ को आसपास हो रहे शोर का पता ही नहीँ चलता।

मुख्य शोधकर्ता जेफ्रे एलेनबोगन ने कहा कि दिमाग का यह हिस्सा आवाज पर प्रतिक्रिया देने वाले इलाकोँ तक शोर संबंधी सूचनाएं नहीँ पहुँचने देता। नीँद के दौरान दिमाग मेँ पैदा होने वाली विधुतीय हरकत, जिसे "Sleep spindles" भी कहते हैँ, शोर को control करती हैँ। दरअसल, यह Sleep spindles ही गहरी या साधारण नीँद के लिए जिम्मेदार होते हैँ।

Scientists के अनुसार कुछ लोगोँ मेँ यह ज्यादा प्रभावी होता है, जिससे उनकी नीँद जल्दी से नहीँ टूटती। ज्यादा Sleep spindles उत्पन्न करने वाले लोग ही शोर मेँ भी मजे की नीँद ले पाते हैँ। इसके विपरीत जिन लोगोँ के दिमाग मेँ कम Sleep spindles उत्पन्न होते हैँ वह हल्की सी आहट पर भी जाग जाते हैँ।



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